अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल को धार्मिक उग्रवादी संगठन बताया है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) को राष्ट्रवादी संगठन बताया है।
सीआईए द्वारा जारी वर्ल्ड फैक्ट बुक में विहिप और बजरंग को ‘राजनीतिक दवाब समूह’ की श्रेणी में शामिल किया गया है। वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को एक ‘राष्ट्रवादी संगठन’ बताया गया है। कश्मीर के संगठन ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को एक अलगाववादी समूह बताया गया है। इसके अलावा जमीयत उलेमा-ए-हिंद को एक ‘धार्मिक संगठन’ बताया है।
जानकारी मिली है कि वीएचपी और बजरंग दल सीआईए के इस कदम से बेहद नाखुश है। इसी के चलते उन्होंने इस टैग को हटाने के लिए कानूनी रास्तों को अपनाने का विचार किया है। मीडिया जानकारी के अनुसार, बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक मनोज वर्मा ने कहा कि ‘यह कुछ दिनों पहले हमारी जानकारी में आया था। हम विशेषज्ञों से परामर्श कर रहे हैं और इसका सामना करने के लिए कानूनी सलाह चाहते हैं।’